अपने अधिकार जान उनकी रक्षा करना है वीरता. ज़ुल्मों को न सहना, पापी के आगे न झुकना है वीरता. देश की सीमा पे दुश्मन से लेना लोहा है वीरता, जो सच है उसको ही कहना सच के सिवा कुछ न कहना है वीरता. सच के लिए लड़ना, सच को साबित करना है वीरता. अपनों की हर पल रक्षा करना है वीरता. मासूम अबला की हिफाज़त करना है वीरता. हर पल सिर को ऊँचा रखना केवल प्यार में झुकना है वीरता.........
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें